Wednesday, July 9, 2008

हाय रे तेरे चंचल नैनवा

हाय रे तेरे चंचल नैनवा
कुछ बात करें रुक जाएँ

खुलके ये बातें कम करें
चुपके ही चुपके सितम करें
बस डोलें न कुछ बोलें
पलकों पे मुस्काएँ

उलझे हम से हर बार दिल
कुछ ऐसा है बेक़रार दिल
कुछ तुम भी तो समझाओ
हम क्या-क्या समझाएँ

हम तो चाहत में जल गए
तुम वादा करके बदल गए
हम कैसे जी तुम जैसे
अनजाने बन जाएँ

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