इब्तेदे इश्क में हम सारी रात जागे
अल्लाह जाने क्या होगा आगे
ओह मौला जाने क्या होगा आगे
दिल में तेरी उल्फत के बंधने लगे धागे
अल्लाह जाने...
क्या कहूं कुछ कहाँ नहीं जाए
बिन कहे भी रहा न जाए
रात भर करवट में बदलून
दर्द दिल का सहा नहीं जाए
नींद मेरी आंखों से दूर दूर भागे
अल्लाह जाने...
दिल में जागी प्रीत की ज्वाला
जबसे मैंने होश संभाला
में हूँ तेरे प्यार का सामान
तू मेरा राही मत्वाल्ला
मेरे मन की वीणा में साज़ तेरे जागे
अल्लाह जाने...
तूने जब जब आँख मिलायी
दिल से एक आवाज़ यह आई
चल के आब तारों में रहेंगे
प्यार के हम दो सौदे
मुझको तेरी सूरत चांदनी रात लगे
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