जीवन के सफर में राही,
मिलते हैं बिछड़ जाने को
और दे जाते हैं यादें,
तनहाई में तडपाने को
रो रो के इन ही राहों में,
खोना पडा इक अपने को
हस हस के इन ही राहों में,
अपनाया था बेगाने को
तुम अपनी नयी दुनिया में,
खो जाओ पराये बनाकर
जी पाये तो हम जी लेंगे,
मरने की सजा पाने को
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