आईये आप कहा जायेंगे
ये नजर लौट के फ़िर आयेगी
दूर तक आप के पीछे, पीछे
मेरी आवाज चली जायेगी
आप को प्यार मेरा, याद जहा आयेगा
कोई काँटा, वही दामन से लिपट जायेगा
जब उठोगे मेरी बेताब निगाहों की तरह
रोक लेगी कोई डाली मेरी बाहों की तरह
देखिये चैन मिलेगा ना कही दिल के सिवा
आप का कोई नही, कोई नहीं दिल के सिवा
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