Monday, July 7, 2008

हमदम मेरे मान भी जावो

हमदम मेरे मान भी जाओ, कहना मेरे प्यार का

हलका हलका, सुर्ख लबों पे, रंग तो हैं इकरार का

प्यार मोहब्बत की हवा पहले चलती है

फ़िर एक लत इनकार की रुख पे ढलती है

ये सच हैं कम से कम तो ए मेरे सनम

लेट चहरे से सरकाओ, तमन्ना आँखे मालती है

तुम से मिल मिल के सबा, दुनिया महकाए

बादल ने चोरी किए आँचल के साए

ये सच हैं कम से कम तो ए मेरे सनम

चुरा लू मैं भी दो जलवे, मेरा अरमां भी रह जाए

हमदम मेरे मान भी जाओ, कहना मेरे प्यार का

हलका हलका, सुर्ख लबों पे, रंग तो हैं इकरार का

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