जाना-ये-जान ढूँढता फिर रहा,
हूँ तुम्हे रातदिन में यहाँ से वहाँ
मुज़ को आवाज दो, छुप गए हो सनम
तुम कहा, में यहाँ
ओ मेरे हमसफ़र, प्यार की राह पर
साथ चले हम मगर, क्या खबर
रास्ते में कही, रह गए हमनशी,
तुम कहा, में यहाँ
दिल मचलने लगा, यूं ही ढलने लगा
रंग भरा, प्यार का ये समा
हाथ एसे में बस छोड़कर चल दिए,
तुम कहा, में यहाँ
पास हो तुम खड़े, मेरे दिल में छुपे
और मुजे, कुछ पता ना चला
दिल में देखा नहीं, देखा सारा जहा,
तुम कहा, में यहाँ
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