जाऊ कहाँ बता ए दिल
दुनिया बड़ी हैं संगदिल
चांदनी आयी घर जलाने,
सूजे ना कोई मंजिल
बन के टूटे यहाँ, आरजू के महल
ये जमीन आसमान भी गए हैं बदल
कहती हैं जिंदगी, इस जहाँ से निकल
हाय इस पार तो आसुओं की डगर
जाने उस पार क्या हो किसे हैं ख़बर
ठोकरें खा रही, हर कदम पर नजर
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